Ganga Vishwa Dharohar Manch

महाविद्यालय परिसर में बना हर्बल गार्डन

महाविद्यालय परिसर में बना हर्बल गार्डन

ऋषिकेश। पंडित ललित मोहन शर्मा, श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय परिसर ऋषिकेश और गंगा विश्व धरोहर मंच उत्तरकाशी के संयुक्त तत्वावधान में महाविद्यालय परिसर में हर्बल गार्डन बनाया गया। विभाग की
गंगा को विश्व धरोहर घोषित करने को किया मंथन

गंगा को विश्व धरोहर घोषित करने को किया मंथन

उत्तरकाशी। विश्वनाथ संस्कृत स्नातकोत्तर महाविद्यालय में गंगा विश्व धरोहर घोषित हो विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें छात्रों एवं शिक्षकों ने गंगा की स्वच्छता व निर्मलता के लिए
गंगा को विश्व धरोहर घोषित किया जाए

गंगा को विश्व धरोहर घोषित किया जाए

गंगा स्वच्छता व संवाद कार्यक्रम आयोजित गंगा स्वच्छता के लिए ठोस पहल होनी चाहिए : डा. भुटियानी जागरण संवाददाता, हरिद्वारः राष्ट्रीय नदी गंगा को गंगाजल की विशेषता व के कारण
गंगा की स्वच्छता के लिए ठोस पहल की जरूरत

गंगा की स्वच्छता के लिए ठोस पहल की जरूरत

हरिद्वार। गंगा विश्व धरोहर मंच की ओर से ‘गंगा विश्व धरोहर घोषित हो’ की मांग को लेकर सोमवार को प्रेम नगर घाट पर एनसीसी कैडेट्स ने गंगा स्वच्छत्ता एवं संवाद
गंगा की गुणवत्ता और स्वच्छता के लिए ठोस पहल जरूरी

गंगा की गुणवत्ता और स्वच्छता के लिए ठोस पहल जरूरी

प्रेमनगर गंगा घाट पर गंगा विश्व धरोहर मंच की ओर से ‘गंगा विश्व धरोहर घोषित हो’ विषय पर संवाद कार्यक्रम हुआ। इस दौरान वक्ताओं ने गंगा की गुणवत्ता और प्रदूषण
144 वें अति दुर्लभ महाकुंभ में विश्व के लिए वरदान है गंगा विषय पर संगोष्ठी व गंगा संवाद

144 वें अति दुर्लभ महाकुंभ में विश्व के लिए वरदान है गंगा विषय पर संगोष्ठी व गंगा संवाद

अंबाला हलचल प्रयागराज । धरती पर मां गंगा किसी वरदान से कम नहीं हैं। वह सतयुग से लेकर आज तक करोड़ों श्रद्धालुओं को शाति, मुक्ति, भक्ति व आनंद प्रदान करती
144 वें अति दुर्लभ महाकुंभ में विश्व के लिए वरदान है गंगा विषय पर संगोष्ठी व गंगा संवाद

144 वें अति दुर्लभ महाकुंभ में विश्व के लिए वरदान है गंगा विषय पर संगोष्ठी व गंगा संवाद

संकल्प संदेश प्रयागराज धरती पर मा गंगा किसी वरदान से कम नहीं हैं। वह सतयुग से लेकर आज एक करोड़ों श्रद्धालुओं को शांति, मुक्त, भक्ति व आनंद प्रदान करती आ
गंगा संरक्षण के लिए आवश्यक है घड़ियाल का अस्तित्व

गंगा संरक्षण के लिए आवश्यक है घड़ियाल का अस्तित्व

का अस्तित्व   भास्कर समाचार सेवा उत्तरकाशी। जलीय जीव ही नदी का जीवन होते हैं। जिस नदी में जितने जलीय जीव होंगे, इसका मतलब होगा कि नदी का पानी उतना
144 वें अति दुर्लभ महाकुंभ में विश्व के लिए वरदान है गंगा विषय पर संगोष्ठी व गंगा संवाद

144 वें अति दुर्लभ महाकुंभ में विश्व के लिए वरदान है गंगा विषय पर संगोष्ठी व गंगा संवाद

संवाद न्यूज़ एजेंसीप्रयागराज।धरती पर मां गंगा किसी वरदान से कम नहीं हैं। वह सतयुग से लेकर आज तक करोड़ों श्रद्धालुओं को शांति, मुक्ति, भक्ति व आनंद प्रदान करती आ रही